कहां पड़ा है प्रमाद में, आगे बढ़ना सीख। देश के खातिर, जीना मरना सीखा। कहां पड़ा है प्रमाद में, आगे बढ़ना सीख। देश के खातिर, जीना मरना सीखा।
देश मेरा स्वर्ग भूमि है... देश मेरा स्वर्ग भूमि है...
एक नहीं हज़ारों बार यह कलम एक ही आवाज़ पुकारती जय हो तुम्हारी भारती , जय हो तुम्हारी भारती ।। एक नहीं हज़ारों बार यह कलम एक ही आवाज़ पुकारती जय हो तुम्हारी भारती , जय हो तुम...
बदल गया था वो आँगन किसी और के घर में , पर फिर भी याद आ गयी बचपन की उस जमीन पर खड़े ह बदल गया था वो आँगन किसी और के घर में , पर फिर भी याद आ गयी बचपन की उस ज...
भाई - भाई लड़ रहे और किसान है भ्रष्टाचार का बोलबाला मानवता का मुँह है आज काला। भाई - भाई लड़ रहे और किसान है भ्रष्टाचार का बोलबाला मानवता का मुँह है आज का...
मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत , मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत ,